
23 सालों से वेष बदल कर गोंडा में शरण लिए 2 बदमाशों को पकड़ लाई नगर कोतवाली पुलिस
नगर कोतवाली पुलिस ने 23 साल बाद 2 भगोड़े बदमाशों को पकड़ा है। इंतकाम की आग में झुलस रही पुलिस वेष बदल कर इधर उधर छिप रहे दोनों की कुंडली खंगाली और पहुंच गई यूपी के गोंडा। यहां दोनों बदमाश आराम से रह रहे थे। दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और हरिद्वार वापस ले आई।
ये था मामला..
15 अगस्त, 2002 को नगर कोतवाली के तत्कालीन इंचार्ज गिरीश चंद्र शर्मा ने गंगा घाटों पर तीर्थयात्रियों से टप्पेबाजी और चोरी करने वाले 6 के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में मुकदमा दर्ज किया था। दोनों जेल जाने के बाद जमानत पर रिहा हो थे, तभी से दीनानाथ और आत्माराम फरार चल रहे थे। इनपर 5- 5 हजार का ईनाम भी घोषित किया गया था। दोनों की तलाश में पुलिस 23 सालों से थी।
ऐसे हुआ इंतकाम पूरा…
SSP परमेंद्र डोभाल के आदेशों के बाद नगर कोतवाली के इंचार्ज कुंदन सिंह राणा ने इंडस्ट्रियल एरिया चौकी प्रभारी अंशुल अग्रवाल को यूपी के गोंडा भेजा, जहां वेष बदल कर रह रहे दोनों बदमाशों को पुलिस ने पकड़ लिया।
SSP परमेंद्र डोभाल ने थपथपाई पीठ..
SSP परमेंद्र डोभाल ने नगर कोतवाली के इंचार्ज कुंदन सिंह राणा और चौकी प्रभारी अंशुल अग्रवाल के अलावा हेड कांस्टेबल सतीश नौटियाल, कांस्टेबल सुनील और गंभीर की पीठ थपथपाई है।