
कौन से स्थानीय जनप्रतिनिधि के इशारे पे बदला गया नाम?
जनभावनाओं को भी किया गया दरकिनार
भुलाया गया स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का बलिदान
हरिद्वार। श्यामपुर में स्वतंत्रता सेनानियों के गांव गाजीवाली का नाम बदल कर आर्यनगर करने पर बखेड़ा खड़ा हो गया है। बताया जा रहा है कि एक स्थानीय जनप्रतिनिधि के इशारे पर ये नाम रखवाया गया है। दरअसल हरिद्वार से सटे गांव गाजीवाली में स्वतंत्रता सेनानियों के 16 से ज्यादा परिवार रहते हैं, यहां बनी अंग्रेजों के जमाने की ऐतिहासिक जेल आज भी मौजूद है। लोगों का कहना है कि नाम बदलना ही था तो किसी स्वतंत्रता सेनानी के नाम पर रख दिया होता। लोगों ने इकट्ठा होकर राज्य सरकार के फैसले का विरोध जताया और आंदोलन की चेतावनी भी दी। स्थानीय निवासी और राज्य आंदोलनकारी परमानंद बलोदी का कहना है कि गाजीवाली का विकास तो दूर की कौड़ी.. आज तक ये क्षेत्र नगर निगम में नहीं आया, ऐसे में नाम बदलकर भी कोई विकास ना होने वाला। उधर वरिष्ठ कांग्रेसी नेता गुरजीत लहरी ने समर्थकों साथ विरोध जताते हुए गाजीवाली का नाम बदलने को केवल विकास के मुद्दे से जनता को भटकाने का आरोप लगाया। गुरजीत लहरी का कहना है कि नाम बदले जाने में ना तो जनभावनाओं का ख्याल रखा गया और ना ही स्वतंत्रता सेनानियों का.. लिहाजा इसे लेकर वे बड़ा आंदोलन करेंगे। लोगों ने क्या कहा विरोध में.. आप भी सुनिए…