
बड़ा सवाल — दोषी पुलिसकर्मियों पर अब तक कार्रवाई नहीं?
रुड़की। रुड़की में पिछले कुछ घंटों के दौरान जो कुछ हुआ वो किसी रुपहले पर्दे की स्टोरी से कम नहीं। देर रात भगवानपुर पुलिस ने नन्हेड़ा में दवा कारोबारी से हुई लूट के आरोपी अंशुल को एक मुठभेड़ में घायल होने के दौरान गिरफ्तार कर लिया। आरोपी अंशुल का अपराधिक इतिहास रहा है। भगवानपुर पुलिस का दावा था कि आरोपी के पैर में गोली लगने से घायल हो गया।
बेहद कड़ी सुरक्षा के बीच आरोपी को गोद में ऐसे अस्पताल लाया गया, जैसे विजेता टीम जीती हुई ट्रॉफी लेकर आ रही हो.. आनन फानन में कप्तान साहब भी मौके पर पहुंचे और घटना का जायजा लिया, सुबह हुई, पेशाब के बहाने पुलिस अभिरक्षा में घायल बदमाश टॉयलेट गया, दरवाजा बंद किया, एक मिनट, दो मिनट, चार, पांच, दस मिनट। ना बदमाश बाहर आया और ना ही कोई आहट, बाहर खड़े पुलिसकर्मियों ने दरवाजा तोड़ कर देखा तो वो फरार था.. जी हां वही घायल.. जो 5 घंटे पहले पैर में गोली लगने के बाद गिरकर गिरफ्तार हुआ था.. अब दीवार फांद कर फुर्र हो गया..
अब पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है.. बसें, कार, होटल, धर्मशाला, सीसीटीवी सब खंगाले जा रहे हैं.. लेकिन घायल बदमाश क्या मजाल जो पकड़ में आ जाए। गौर करने वाली बात तो ये है कि इतनी बड़ी लापरवाही के बाद भी बड़े अधिकारी कान में तेल डालकर बैठे हैं और दोषी पुलिसकर्मियों पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं। उधर घटना के बाद पूरे जिले में चेकिंग के नाम पर पुलिस खानापूर्ति करती नजर आ रही, देखें वीडियो…